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Showing posts from May, 2018

New flag (flag) rule code नये झंडा (ध्‍वज) नियम कोड

नये झंडा (ध्‍वज) नियम कोड - कोई भी सुर्योदय से लेकर सूर्यास् ‍ त तक राष् ‍ ट्रीय ध् ‍ वजारोहण कर सकता है। - राष् ‍ ट्रीय ध् ‍ वज की लम् ‍ बाई : चोडाई का अनुपात 3 : 2 है। इसे पिंगली वेंकय्या ने   डिजायन किया था। भारत सरकार ने इसे 22 जुलाई 1947 को स् ‍ वीकार किया था। - 26 जनवरी 2003 को इसके पहराने के नियमों में संशोधन किया गया है। - अब कोई भी व् ‍ यक्ति नये झंडा नियमों के साथ राष् ‍ ट्रीय ध् ‍ वज को पहरा सकता है। - आम जनता को ध् ‍ वजारोहण का अधिकार , नवीन जिंदल की दिल् ‍ ली हाई कोर्ट में जनहित याचिका पर हुए फैसले में दिया गया।

Fundamental duty मौलिक कर्तव्‍य

मौलिक कर्तव्‍य परिचय - ये जापानी मॉडल पर आधारित है। - 42 वे संविधान संशोधन अधिनियम 1976 के तहत 10 मौलिक कर्त्तव् ‍ य संविधान में जोड़े गये। ग् ‍ यारहवाँ कर्त्तव् ‍ य 86 वां संविधान संशोधन 2002 में जोड़ा गया। - इन्हें भाग 4 के अनुच् ‍ छेद 51 A के तहत संविधान में जोड़ा गया है। - इन कर्त्तव् ‍ य के उल् ‍ लंघन को रोकने के लिए संविधान में किसी प्रकार का प्रावधान नहीं दिया गया है मौलिक कर्तव्‍य - संविधान का पालन करे और उसके आदर्शा , संस् ‍ थाओ , राष् ‍ ट्रीय ध् ‍ वज और राष् ‍ ट्रीय गान का आदर करें। - स् ‍ वतंत्रता के लिए हमारे राष् ‍ ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच् ‍ च आदर्शो को हृदय में संजोए रखे और उनका पालन करे।

Nandadevi National Park नंदादेवी राष्ट्रीय उद्यान

नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान 1. राष्ट्रीय उद्यान के तौर पर नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1982 में हुई थी। 2. नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान पूर्वी उत्तरांचल (चमोली जिला) में ( 30° 41' से 30° 48' उ   और 79° 33' से 79° 46' पू) स्थित है। दिल्ली से यह करीब 300 किमी उत्तर-पूर्व में स्थित है। 3. नंदा देवी की ऊंचाई 7,816 मी ( 25,643 फीट) है। 4. ब्रह्म कमल और भारल (नीली पहाड़ी बकरी) जैसे वनस्पतियों और जीव – जन्तुओं से भरा यहां का सुंदर वातावरण प्राकृतिक अभयारण्य के तौर पर प्रसिद्ध है।    5. सर एडमंड हिलेरी ने अपनी आत्मकथा में इसकी व्याख्या इस प्रकार की थी , " नंदा देवी अभयारण्य भारत को साहसिक कार्य के लिए ईश्वर द्वारा उपहार स्वरूप दिया गया प्रशिक्षण स्थल है"। 6. वर्ष 1988 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया था। 7. वर्ष 1982  में इसकी स्थापना संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के तौर पर की गई थी लेकिन बाद में इसका नाम बदल कर नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान कर दिया गया। 8. इस उद्यान में फूलों की करीब 312 प्रजातियां   हैं जिसमें स

Sundarbans National Park सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान

सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान 1. सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित राष्ट्रीय उद्यान , टाइगर रिजर्व और बायोस्फीयर रिजर्व है। 2. आज का सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान को 1973 में सुंदरबन टाइगर रिजर्व का प्रमुख क्षेत्र और 1977 में वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया था। 4 मई 1984 को इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। 3. वर्ष 1987 में इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया और 1989 में सुंदरबन इलाके को बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया गया था ।   4. सुंदरबन दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा है। इसमें 10,200 वर्ग किमी इलाके में सदाबहार वन है जो भारत और बांग्लादेश में फैला है। 5. भारत की सीमा में पड़ने वाला वन क्षेत्र सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान कहलाता है। यह पश्चिम बंगाल के दक्षिण हिस्से में स्थित है। 6. सुंदरबन 38,500 वर्ग किमी इलाके में फैला है जिसका करीब एक – तिहाई हिस्सा पानी/ दलदल से भरा है। 7. वन में सुंदरी पेड़ों की संख्या बहुत अधिक है और कहा जाता है कि इस वन का नाम इन्हीं पेड़ों के नाम पर रखा गया है। 8. यह डेल्टा बंगाल टाइगर के लिए सबसे बड़े रिज

Bandipur National Park बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान

बादीपुर राष्ट्रीय उद्यान 1. यह चामराजनगर जिले के गुंडलुपेट तालुका में है। यह मैसूर शहर से करीब 80 किलोमीटर ( 50 मील) दूर , प्रमुख पर्यटन स्थल ऊटी के रास्ते में है। 2. शुरुआत में मैसूर साम्राज्य के राजा ने 1931 में 90 वर्ग किमी ( 35 वर्ग मील) में एक अभयारण्य बनवाया था और उसका नाम वेणुगोपाल वन्यजीव उद्यान रखा था। 3. वेणुगोपाल वन्यजीव उद्यान में वर्ष 1973 में करीब 800 वर्ग किमी ( 310 वर्ग मील) को शामिल कर प्रोजेक्ट टाइगर के तहत बांदीपुर टाइगर रिजर्व बनाया गया था। 4. यह करीब 874.2 वर्ग किमी के दायरे में फैला है। 5. यह भारत का सबसे बड़ा जीवमंडल रिजर्व ( Biosphere Reserve) बनाता है जिसे ' नीलगिरी जीवमंडल रिजर्व ' के नाम से जाना जाता है। 6. यह उद्यान 75° 12’ 17” पू से 76° 51’ 32” पू और 11° 35’ 34” उ से 11° 57’ 02” उ के बीच , जहां दक्कन का पठार पश्चिमी घाट से मिलता है , में स्थित है। 7. इस उद्यान में शुष्क पर्णपाती वन , नम पर्णपाती जंगल और झाड़ियों की कई प्रजातियां हैं। 8. उद्यान के उत्तर में काबिनी नदी और दक्षिण में मोयर नदी है जबकि नुगु नदी उद्यान के ब

Sariska Tiger Reserve सरिस्का टाइगर रिज़र्व

सरिस्का टाइगर रिजर्व 1. सरिस्का टाइगर रिजर्व अरावली हिल्स की गोद में राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है। 2. वर्ष 1955 में इसे वन्यजीव अभयारण्य का दर्जा मिला और वर्ष 1978 में यह सरिस्का टाइगर रिजर्व बना। 3. यह 866 वर्ग किमी के इलाके में फैला है। 4. सरिस्का में रहने वाले वन्यजीवों में रॉयल बंगाल टाइगर , तेंदुआ , जंगली बिल्ली , कैरकल , धारीदार लकड़बग्घा (हायना) , सुनहरा सियार , चीतल , सांभर , नीला सांड , चिंकारा , चौसिंगा शामिल हैं। 5. सरिस्का में मिलने वाली वनस्पतियों में ढोक वृक्ष , सालार , कडाया , ढाक , गोल , बेर , खैर , बरगद , अर्जुन , गुगल और बांस आदि हैं। 6. सरिस्का की स्थलाकृति कंटीली झाड़ियों वाले शुष्क वन , सूखे पर्णपाती जंगल , चट्टानें और घास से भरी है। 7. यह तलवृक्ष के आस – पास पाए जाने वाले रीसस बंदरों की बड़ी आबादी के लिए भी प्रसिद्ध है। 8. पक्षीयों में यहां मोर , ग्रे पार्ट्रिज , बु क्वेल , सैंड ग्रूज , ट्री पाई , सुनहरी पीठ वाला कठफोड़वा , क्रेस्टेड सर्पेंट ईगल और ग्रेट इंडियन हॉर्न्ड आउल पाए जाते हैं। 9. इस उद्यान में कंकरवाड़ी किले के त

snow Leopard हिम तेंदुआ

snow Leopard   हिम तेंदुआ  1. हिम तेंदुए मध्य एशिया के पहाड़ों में 9,800 और   17,000 फीट की उंचाई पर पाए जाते हैं। ये अफगानिस्तान से कजाकिस्तान , रूस , उत्तर में भारत और पूर्व में चीन तक पाए जाते हैं। चीन में हिम तेंदुआ की कुल आबादी के करीब 60% तेंदुए हैं। ये मंगोलिया के कुछ हिस्सों से विलुप्त हो चुके हैं। मंगोलिया इनका मुख्य निवास स्थान हुआ करता था। 2. आईयूसीएन की लाल सूचि में ये संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची में हैं। 3. नवीनतम अनुमानों के अनुसार , हिम तेंदुओं की वैश्विक आबादी करीब 4,080–6,590 व्यस्कों की हैं , जिनमें से 2,500 से कुछ कम के जंगलों में फिर से प्रजनन करने का भी अनुमान है। 4. हिम तेंदुआ , अफगानिस्तान और पाकिस्तान का राष्ट्रीय विरासत पशु है। 5. वर्गीकरण के आधार पर , हिम तेंदुआ को 1930 के दशक के आरंभ में अनिसया वर्ग में रखा गया था। 6. हिम तेंदुआ तिब्बत और हिमालय के पहाड़ों में मिलने वाले नीले भेड़ (भारल) को खाते हैं। 7. हालांकि ये शक्तिशाली शिकारी अपने से तीन गुना अधिक वजन वाले पशुओं की भी हत्या कर सकते हैं। ये अपने से कई गुना छोटे जैसे मारमो